हैदराबाद :आईपीएल 2025 का पहला शतक सनराइजर्स हैदराबाद के ईशान किशन ने लगाया। इस 26 वर्षीय बल्लेबाज ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ रविवार को 47 गेंद में 11 चौके और छह छक्के की मदद से 106 रन की नाबाद पारी खेली और अपनी टीम को 286 के स्कोर तक पहुंचाया। साल 2023 तक ईशान भारतीय टीम की योजनाओं में शामिल थे। हालांकि, इसके बाद उनकी जिंदगी ने ऐसी करवट ली कि वह बीसीसीआई की योजनाओं के साथ-साथ अनुबंध से भी बाहर हो गए। हालांकि, ईशान ने चुपचाप तैयारी की। पटना में अपनी अकादमी में कड़ा अभ्यास किया और अब आईपीएल 2025 में अपने पहले ही मैच में शतक लगाकर आलोचकों को करारा जवाब दिया है और अपनी वापसी को यादगार बनाया।
मुंबई की टीम ने भी साथ छोड़ा था
साल 2024 के आईपीएल में वह मुंबई की टीम का हिस्सा थे, लेकिन 14 मैचों में 148.84 के स्ट्राइक रेट से 320 रन बना सके। इसमें एक अर्धशतक शामिल है। इसके बाद मेगा ऑक्शन से पहले मुंबई फ्रेंचाइजी ने भी उन्हें अपनी टीम से निकाल दिया। 2025 के लिए मेगा नीलामी में उन पर जमकर बोली लगी और सनराइजर्स हैदराबाद उन्हें 11.25 करोड़ रुपये में खरीदने में कामयाब रही। इसने उनके करियर को एक नई दिशा दी और अब उन्होंने साबित कर दिया है कि क्यों वह भारतीय क्रिकेट के स्टार में से एक हैं।
मैच के बाद क्या बोले ईशान किशन
किशन ने पिछले साल की निराशा को पीछे छोड़ते हुए अपनी नई टीम सनराइजर्स हैदराबाद के लिए डेब्यू मैच में शतक लगाकर इसे यादगार बनाया। उनकी पारी से एसआरएच ने राजस्थान रॉयल्स को 44 रन से हराकर सत्र का शानदार आगाज किया। उन्होंने आईपीएल में अपनी पहली शतकीय पारी के दम पर ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ अवॉर्ड जीतने के बाद कहा, ‘मैं थोड़ा नर्वस था। टीम में पैट (कमिंस) और कोच ने मुझे बहुत आत्मविश्वास दिया। माहौल बहुत शांत है। मैंने मैदान पर अपनी पारी का लुत्फ उठाया।
मुंबई की जगह पटना में की ट्रेनिंग
किशन पहले घनसोली में मुंबई इंडियंस के मैदान पर ट्रेनिंग लेते थे, लेकिन इस बार उन्होंने अपने पैसे का उपयोग अपने गृहनगर पटना में अपनी खुद की क्रिकेट अकादमी बनाने में किया। किशन के अभ्यास पर नजर रखने वाले एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, ‘वह हर दिन दो सत्रों में अभ्यास करते थे। सुबह के सत्र में वह अपनी क्रिकेट स्किल पर ध्यान केंद्रित करते थे। यह दो-तीन घंटे तक चलता था और इस दौरान वह काफी मेहनत करते थे। शाम को जिम में समय बिताते थे या एक-दो घंटे की स्पीड ट्रेनिंग करते थे।