कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सोमवार को माहौल शांत तो है, लेकिन तनाव बना हुआ है। इलाके की सड़कों पर सन्नाटा पसरा है और बाजार पूरी तरह बंद हैं। बीएसएफ और सीआरपीएफ समेत अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती की गई है। इस बीच राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है, जहां बीजेपी, कांग्रेस और टीएमसी के नेता एक-दूसरे पर अशांति फैलाने के आरोप लगा रहे हैं।
मुर्शिदाबाद से पलायन कर रहे हिंदू परिवार
ताजा रिपोर्टों के मुताबिक, वक्फ कानून के विरोध में भड़की हिंसा के बाद मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में हिंदू समुदाय के लोग डरे हुए हैं। अब तक इस हिंसा में तीन लोगों की जान जा चुकी है। इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, लेकिन डर का माहौल अभी भी बना हुआ है। हालात से डरकर कई हिंदू परिवार अपनी जान बचाने के लिए वहां से पलायन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि अब तक एक हजार से ज्यादा लोग नाव के जरिए मुर्शिदाबाद से मालदा पहुंच चुके हैं, जिनमें छोटे बच्चे भी शामिल हैं। इन परिवारों ने मालदा के एक स्कूल में शरण ली है। उनका आरोप है कि हिंसा के दौरान दंगाइयों की भीड़ ने उन्हें निशाना बनाकर हमला किया।
प्रभावित लोगों का आरोप है कि हिंसा के दौरान उपद्रवियों ने उनके घरों, दुकानों और मंदिरों को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की। उन्होंने घरों और दुकानों में रखे कीमती सामान को लूट लिया और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया। पीड़ितों का ये भी दावा है कि पानी की सप्लाई—चाहे वो नदी से हो या नलों से—उसमें जहर मिला दिया गया। इसी डर और खतरे की वजह से वे अपनी जान बचाकर मालदा तक भागे हैं।
तीन जिलों में इंटरनेट सेवा बंद
हिंसा की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती और बढ़ाने का निर्णय लिया है। साथ ही, अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए जिले के कई इलाकों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। इसके अलावा, मालदा और बीरभूम के कुछ हिस्सों में भी इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद कर दी गई है।
कांग्रेस और बीजेपी ने टीएमसी पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया है। उन्होंने कहा कि मुर्शिदाबाद से जान बचाकर मालदा पहुंचे लोग अब भी अपने घर लौटने की स्थिति में नहीं हैं। सुकांत ने भरोसा दिलाया कि यदि राज्य में बीजेपी की सरकार बनती है तो दंगाइयों के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि अगर मौजूदा राज्य सरकार ऐसे कोई कानून लाती है तो बीजेपी के विधायक उसका समर्थन करेंगे। दूसरी ओर, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बीजेपी और टीएमसी दोनों पर ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि दंगे वहीं होते हैं जहां सरकार ऐसा चाहती है।