अबुजा: नाइजीरिया में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला जम्फारा राज्य के एक गांव का है जहां हथियारबंद लोगों ने कम से कम 20 लोगों की हत्या कर दी है। हथियारबंद लोगों के इस हमले में दर्जनों लोग घायल भी हुआ है। एक मानवाधिकार समूह ने इस घटना के बारे में जानकारी दी है। नाइजीरिया सरकार ने हिंसा को नियंत्रित करने के लिए कई प्रयास किए हैं लेकिन समाधान अभी भी दूर लगता है।
हमले का मकसद साफ नहीं
‘एमनेस्टी इंटरनेशनल नाइजीरिया’ ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि बंदूकधारी मोटरसाइकिलों पर सवार होकर डैन गुलबी जिले के गोबिरावा चाली गांव पहुंचे और उन्होंने वहां लोगों पर हमला कर दिया। मानवाधिकार समूह ने बताया कि बंदूकधारियों ने सबसे पहले सोने की एक खदान को निशाना बनाकर 20 लोगों की हत्या की। इसके बाद उन्होंने घरों और एक मस्जिद में लोगों पर हमले किए। हमले का संभावित मकसद अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।
हिंसा और अस्थिरता से जूझ रहा है नाइजीरिया
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, नाइजीरिया अफ्रीका का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है जो हिंसा और अस्थिरता से जूझ रहा है। यहां हिंसा विभिन्न रूपों में सामने आती है जैसे जातीय संघर्ष, धार्मिक कट्टरता, आतंकवाद और आपराधिक गतिविधियां। हिंसा ने इस देश के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक ढांचे को गहरा आघात पहुंचाया है।
नाइजीरिया में हिंसा के कारण
नाइजीरिया में हिंसा के कई कारण हैं। एक प्रमुख कारण जातीय और धार्मिक विभाजन है। देश में सैकड़ों जातीय समूह और कई धर्म मौजूद हैं, जिनके बीच अक्सर संघर्ष होता रहता है। इसके अलावा, बोको हराम जैसे आतंकी संगठन भी हिंसा फैलाने में बड़ी भूमिका निभाते हैं। सरकार की कमजोर पकड़, भ्रष्टाचार और गरीबी भी हिंसा को बढ़ावा देने वाले मुख्य कारक हैं। नाइजीरिया में हिंसा का प्रभाव केवल लोगों की जानमाल के नुकसान तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे देश की अर्थव्यवस्था, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। लाखों लोग आंतरिक रूप से विस्थापित हो चुके हैं। नाइजीरिया में शरणार्थी संकट भी गहराता जा रहा है।