NOIDA में एडल्ट कंटेंट केस: ED की छापेमारी से खुला 23 करोड़ रुपए का नेटवर्क

AbhijitDelhi NCRNewsUttar Pradesh2 months ago29 Views

दिल्ली: दिल्ली के पास स्थित नोएडा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एडल्ट कंटेंट की शूटिंग की जा रही थी। एक साइप्रस की कंपनी की मदद से यह कंटेंट दो पोर्न वेबसाइट्स पर लाइव स्ट्रीम किया जा रहा था, जिससे एक घंटे में 50,000 से 5 लाख रुपए तक की कमाई हो रही थी। महीने भर में करोड़ों रुपये की आमदनी हो रही थी, लेकिन असली स्रोत एडल्ट वीडियो कंटेंट नहीं था, बल्कि सोशल मीडिया पर विज्ञापन और मार्केट रिसर्च जैसी गतिविधियाँ थीं।

ED की छापेमारी
इस अनियमितता पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की नजर पड़ी और 28 मार्च को नोएडा के सेक्टर-105 में स्थित एक आलीशान कोठी पर कार्रवाई की गई। इस कोठी का मालिक दिल्ली के एक डॉक्टर थे, जिसे एक कपल ने पिछले कुछ वर्षों से किराए पर रखा था। पति-पत्नी इस कोठी का उपयोग अश्लील कंटेंट बनाने के लिए कर रहे थे। जांच एजेंसियों के अनुसार, रात के समय ब्लैक फिल्म वाली गाड़ियों के माध्यम से मॉडल्स को कोठी में लाया जाता था। फर्स्ट फ्लोर पर स्थित स्टूडियो में मल्टी-कैमरा सेटअप के साथ एडल्ट कंटेंट की शूटिंग होती थी। कपल को रूस के एडल्ट कंटेंट लाइव स्ट्रीमिंग मार्केट से प्रेरणा मिली थी और उसी विचार को अमल में लाया था। हमने कोठी के आसपास के निवासियों और ED के सूत्रों से बातचीत की, जिससे यह पता चला कि कैसे यह एडल्ट कंटेंट नेटवर्क ऑपरेट कर रहा था और इसकी कमाई का चक्र इतना बड़ा था। कोठी के आसपास के लोगों और ED सोर्सेज से बात की और समझा कि आखिर एडल्ट कंटेंट का ये नेटवर्क कैसे चल रहा था।

साइप्रस-नीदरलैंड के अकाउंट में 23 करोड़ रुपए ट्रांसफर
नोएडा के सेक्टर-105 की कोठी नंबर C-234 में ED की छापेमारी के दौरान डायरेक्टर पति-पत्नी और 3 मॉडल्स मिलीं। 3 मंजिला कोठी के बड़े कमरे में स्टूडियो मिला। इसमें हाई क्वालिटी कैमरे लगे थे। स्पेशल लाइटिंग का इंतजाम था। खास किस्म की चेयर और बेड थे। इन पर मॉडल को बैठाकर मल्टी कैम से शूट किया जाता था। ED के ऑफिशियल स्टेटमेंट में ऐसी कई जानकारियां सामने आईं हैं। ED ने FEMA और इनकम टैक्स के सेक्शन-132 के तहत छापेमारी की। यहां सबडिजी वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर कपल मिले, जो अश्लील कंटेंट बनाते थे। इनके बैंक अकाउंट में साइप्रस बेस्ड कंपनी टेक्नियस लिमिटेड से फंड आया है। रिकॉर्ड में इस फंड का सोर्स सोशल मीडिया पर विज्ञापन, मार्केट रिसर्च और पब्लिक ओपिनियन पोलिंग के एवज में मिलने वाली पेमेंट को दिखाया गया।

वेबसाइट पर एडल्ट कंटेंट लाइव चलाते थे
जांच में पता चला कि ये पैसे साइप्रस की कंपनी से एडल्ट कंटेंट के एवज में मिलते थे। कंपनी दो पोर्न वेबसाइट Xhmster और Stripchat पर एडल्ट कंटेंट लाइव स्ट्रीमिंग करके पैसे कमाती है। उसी में से एक हिस्सा दोनों डायरेक्टर को भेजा जाता था। ED ने पैसों के ट्रांजैक्शन की डिटेल निकाली, तब इसका लिंक पोर्न वेबसाइट से जुड़ गया।इसके बाद जिस कंप्यूटर और ऑनलाइन सिस्टम के जरिए वीडियो साइप्रस भेजे जाते थे, उसकी पड़ताल करने पर नोएडा की जानकारी मिली। इसके बाद ED की टीम ने कोठी पर रेड की। ED की पड़ताल में दोनों डायरेक्टर की कंपनी और अलग-अलग खातों में कुल 15.6 करोड़ रुपए का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन मिला है। इसके अलावा नीदरलैंड में भी एक बैंक अकाउंट मिला है। उस विदेशी बैंक अकाउंट में भी डायरेक्टर के नाम पर साइप्रस की कंपनी ने करीब 7 करोड़ रुपए डिपॉजिट किए हैं।

75% हिस्सा अपने पास रखते थे
नीदरलैंड के बैंक खाते से कपल ने भारत में कैश निकाला है। इसके लिए इंटरनेशनल डेबिट कार्ड का इस्तेमाल किया गया। एडल्ट कंटेंट की लाइव स्ट्रीमिंग से होने वाली कमाई का करीब 75% हिस्सा डायरेक्टर कपल अपने पास रखते थे। 25% हिस्सा वीडियो एडिटिंग से लेकर किराए, खाने-पीने और मॉडल पर खर्च करते थे। ED को उनके पास 8 लाख रुपए कैश भी मिले हैं।ये लोग मॉडल्स को ऑनलाइन हायर करते थे और महीने में 1-3 लाख रुपए कमाई का लालच देते थे।

साइप्रस से जुड़े थे तार
ED अभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। ED ने ऑफिशियली सिर्फ उनकी कंपनी की जानकारी दी है। आरोपियों के नाम का खुलासा नहीं किया है। हालांकि, कंपनी के रजिस्ट्रेशन से पता चलता है कि कंपनी के दो डायरेक्टर उज्जवल किशोर और नीलू श्रीवास्तव हैं।ये एक IT कंपनी है। इसका रजिस्ट्रेशन दिल्ली के द्वारका सेक्टर-5 में है। सोर्स से पता चला कि एक आरोपी पहले रूस में एडल्ट कंटेंट लाइव स्ट्रीमिंग के बिजनेस से जुड़ा रहा है। वहीं से इसे साइप्रस की कंपनी टेक्नियस लिमिटेड के बारे में भी जानकारी मिली। ये कंपनी वीडियो कंटेंट की लाइव स्ट्रीमिंग करती है। लाइव में रुकावट ना आए, कैसे ऑडियंस को ज्यादा से ज्यादा रियल टाइम पर एंगेज रखना है, कैसे उनसे ज्यादा से ज्यादा रेवेन्यू बनाना है, इसके लिए टेक्नोलॉजी वाला पार्ट देखती है।साइप्रस की कंपनी भी आईटी फील्ड से जुड़ी हुई है। इसलिए डायरेक्टर कपल अलग-अलग मॉडल से शूट किए एडल्ट कंटेंट की साइप्रस वाली कंपनी की मदद से पोर्न वेबसाइट पर लाइव स्ट्रीमिंग करते थे।


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