जयपुर : कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास का गुरुवार को अहमदाबाद में निधन हो गया। वे पिछले एक महीने से अस्पताल में भर्ती थीं। बताया गया है कि गणगौर पूजा के दौरान चुन्नी में आग लगने से वे गंभीर रूप से झुलस गई थीं। करीब 90 प्रतिशत तक जलने के कारण उनकी हालत लगातार बिगड़ती गई और अंततः उन्होंने अहमदाबाद के जायडस अस्पताल में अंतिम सांस ली। परिजनों के अनुसार, उनका पार्थिव शरीर उदयपुर लाया जा रहा है, जहां उनके अंतिम दर्शन और अंतिम संस्कार की व्यवस्था की जा रही है।
डॉ. व्यास का राजनीतिक, सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्र में बहुमूल्य योगदान रहा है। वे राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी थीं। इसके अलावा वे कई बार लोकसभा सांसद रहीं और केंद्र सरकार में मंत्री के रूप में अहम जिम्मेदारियां निभाईं। शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक न्याय के लिए उनके कार्यों को हमेशा याद किया जाएगा।
राजनीतिक जगत में शोक की लहर
डॉ. व्यास के निधन पर कांग्रेस सहित संपूर्ण राजनीतिक जगत में शोक की लहर फैल गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, गोविंद सिंह डोटासरा, टीकाराम जूली समेत अनेक नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ. गिरिजा व्यास का निधन हम सबके लिए एक अपूरणीय क्षति है। शिक्षा, राजनीति और समाज सेवा के क्षेत्र में उनका बड़ा योगदान रहा है। उनका असमय और इस तरह एक हादसे का शिकार होकर जाना हम सभी के लिए गहरा आघात है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
“मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने एक्स पर लिखा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. गिरिजा व्यास जी के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को सद्गति तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें
25 साल की उम्र में बनी थी विधायक