तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण ने खोले नए रास्ते, भारत ने अमेरिका को दी 10 मोस्ट वांटेड की लिस्ट

Abinash ChauhanWorldNews2 months ago21 Views

Tahawwur Rana court hearing

26/11 मुंबई आतंकी हमले से जुड़ा एक बड़ा गुनहगार तहव्वुर राणा आखिरकार भारत की गिरफ्त में है. पाकिस्तानी मूल का यह कनाडाई नागरिक, हमले के मास्टरमाइंड डेविड कोलमैन हेडली का करीबी रहा है. करीब 16 साल बाद दो अहम घटनाओं के चलते भारत को उसकी गिरफ्तारी का मौका मिला है.

पहला वाकया – भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच फरवरी में वाशिंगटन में हुई मुलाकात. जहां व्हाइट हाउस में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने एक ‘बेहद दुष्ट’ शख्स के भारत को प्रत्यर्पित करने की मंजूरी की बात की.

दूसरा वाकया – राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में इसके खिलाफ याचिका दायर की, जिसे अमेरिकी जज एलेना कगन ने खारिज कर दिया.

अब इनकी खैर नहीं!
अब जब तहव्वुर राणा भारत आ चुका है. कुछ दूसरे नामों को भी याद किया जा रहा है, जिनके भारत प्रत्यर्पण की मांग अमेरिकी सरकार के सामने पेंडिंग है. मोदी की फरवरी में हुई अमेरिकी यात्रा के दौरान ट्रंप और भारत सरकार के बीच जब राणा पर सहमति बनी थी. तो ये जानकारी भी आई थी कि ट्रंप सरकार के सामने भारत ने और भी 10 गैंगस्टर के नाम रखे हैं, जिन्हें भारत जल्द लाना चाहता है.

राणा के बाद उनके भारत आने की भी उम्मीद जगी है. इनमें गोल्डी बराड़, अनमोल बिश्नोई, दरमनजोत कहलोन, गौरव पटियाल उर्फ लक्की पटियाल, अमृत बाल, हरजोत सिंह गिल, दरमनजीत सिंह और रणदीप जैसे अपराधियों के नाम है. आइये इनके बारे में जानें जिनके प्रत्यर्पण की मांग एनआईए ने गृह मंत्रालय के निर्देश पर तैयार की थी.

अनमोल बिश्नोई – अनमोल बिश्नोई गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई है. बिश्नोई को एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या का आरोपी मास्टमाइंड माना जा रहा है. अनमोल बिश्नोई फिलहाल अमेरिकी जेल में बंद है. उसे यूएस के इमिग्रेशन अधिकारियों ने तब गिरफ्तार कर लिया था जब वह जाली दस्तावेज लेकर यात्रा कर रहा था.

गोल्डी बराड़ – गोल्डी बराड़ को भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने यूएपीए कानून के तहत आतंकवादी घोषित कर रखा है. पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब का रहने वाले गोल्डी को पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की हत्या के पीछे का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है. सरकार को उम्मीद है कि राणा के प्रत्यर्पण के बाद इस दिशा में भी कुछ उम्मीद बढ़ेगी.

दरमनजोत सिंह कहलोन – कहलोन पर हथियार सप्लाई करने और सिद्धू मूसेलवाला की हत्या की योजना बनाने के आरोप हैं. इसे कनाडा से संचालित होने वाले बब्बर खालसा गैंग के लखबीर सिंह लांडा और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के बीच एक पुल के तौर पर काम करने वाला भी माना जाता है. पाकिस्तान से भारत में बंदूक, बारूद और नशा की तस्करी को लेकर भी सरकार को इस पर शक है.

अमृत बल –अमृतपाल सिंह उर्फ अमृत बाल को अमेरिका से संचालित होने वाले जग्गू भगवानपुरिया गैंग का एक अहम सरगना माना जाता है. भारत की जांच एजेंसियों का दावा है कि अमृत गैंग के अवैध गतिविधियों को पंजाब में अंजाम देता है. साथ ही, 2023 में परमजीत सिंह पम्मा के साथ मिलकर टेरर मॉड्यूल बनाने वालों में ये शामिल था.

इन कुछ एक बड़े नामों के अलावा गौरव पटियाल उर्फ लक्की पटियाल, हरजोत सिंह गिल, दरमनजीत सिंह और रणदीप जैसे अपराधियों के नाम भी भारत सरकार ने प्रत्यर्पण के वास्ते तैयार किए थे.

वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में हरबीर सिंह, नवरूप सिंह, स्वरण सिंह फौजी, साहिल कैलाश रिटोली, योगेश उर्फ बॉबी बेरी, अशु उर्फ भानू प्रताप सांभली, अमन सांभली को भी भारत प्रत्यर्पित करने की मांग भी अमेरिकी सरकार के सामने पेंडिंग बताई गई है

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