मुर्शिदाबाद : पिछले सप्ताह वक्फ संशोधन विधेयक को संसद ने पारित किया है। नए कानून के विरोध में जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। मंगलवार को मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में लोग वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोका तो झड़प हो गई। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने वाहनों में तोड़फोड़ की और आग लगा दी।पीटीआई के मुताबिक मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में लोगों ने वक्फ (संशोधन) कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शन हिंसक हो गया। इसके बाद उन्होंने पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की और उसे आग लगा दी। इसे लेकर भाजपा ने टीएमसी पर हमला बोला है।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि पश्चिम बंगाल फिर से आग की लपटों में है। सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी है। इस बार मुर्शिदाबाद में मुस्लिम भीड़ वक्फ अधिनियम के विरोध में सड़कों पर उतर आई है। ममता बनर्जी ने बंगाल के विशाल क्षेत्रों पर नियंत्रण खो दिया है, जो अप्राकृतिक जनसांख्यिकीय बदलाव और अवैध घुसपैठ के कारण राज्य प्रशासन के लिए दुर्गम हो गए हैं। अब वह केवल उनके वोटों की प्रत्याशा में गिड़गिड़ाने के अलावा कुछ नहीं कर सकती। उन्हें 2026 में जाना ही होगा।
5 अप्रैल को राष्ट्रपति ने कानून को मंजूरी दी
वक्फ संशोधन बिल (अब कानून) 2 अप्रैल को लोकसभा और 3 अप्रैल को राज्यसभा में 12-12 घंटे की चर्चा के बाद पास हुआ था। इसके बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बिल को 5 अप्रैल की देर रात मंजूरी दी। सरकार ने नए कानून को लेकर गजट नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। कानून को लागू करने की तारीख को लेकर केंद्र सरकार अलग नोटिफिकेशन जारी करेगी।
बिल पर चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा था- कानून का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों में हो रहे पक्षपात, दुरुपयोग और अतिक्रमण को रोकना है। बिल को राज्यसभा में 128 सदस्यों ने समर्थन दिया था, 95 ने विरोध किया। लोकसभा में यह बिल 2 अप्रैल की आधी रात पारित हुआ था। इस दौरान 288 सांसदों ने समर्थन में और 232 ने विरोध में वोट डाला था।
वक्फ बिल पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का विरोध ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने शनिवार शाम को वक्फ बिल के विरोध में दो पेज का लेटर जारी किया और 11 अप्रैल से पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की। AIMPLB ने कहा कि हम सभी धार्मिक, समुदाय-आधारित और सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेंगे। यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक संशोधन पूरी तरह से निरस्त नहीं हो जाते।
वक्फ बिल पर नेताओं ने का क्या कहना ?